Saturday 10 February 2018

9th February


9th February
पचास  बार आ चुका है  9th February
तो फिर,
एक बार फिर से आ गया तो क्या हुआ ?

क्या
इस दिन में
वही रौनक है ?
वही भीनी हवा की खुशबू ,
वही फूलों की बहार ?

भई किसी और को लगे या न लगे,
मुझे तो बहुत भाता है यह दिन |

आज भी,
 “colour dress”  पहनने का जी करता है ,
सखियों को चॉकलेट देने का और
उनके हांथों से बने कार्ड पाने को मन तरसता है |
शाम को बलून से सजा हुवा ड्राइंग रूम में केक काटना और
happy birthday का वही पुरानी धुन सुनने की बेताबी है |

भई किसी और को लगे या न लगे,
मुझे तो बहुत भाता है यह दिन |

अभी तो,
दो चोटी की जगह कुछ सफ़ेद बाल,
आलमारी में फ्रॉक नहीँ पर साडी तो है,
कुछ प्यारे चेहेरे पास नहीं , फिर भी,
उनकी यादें और कुछ नए मुखड़े समीप है |

अगर,
मेरे कुछ नाम विस्मृत हो गए
तो कुछ नए नाम भी तो आमद हैं ,
कुछ बीती बातें रुलाती हैं तो
नई बातें हंसाती भी तो है |

अगर कल,
झुर्रियों से भर जाये चेहरा ,
धीमी हो जाये आँखों की रौशनी,
कुछ पराये से हो जाएँ अपने लोग ,
किसी की आवाज़ सुनने को, उन्हें जी भर देखने को जी तरसे और
ऐसे ही,  कई बार 9th February की सुबह
आये और बस वैसे ही चली जाये  ??

इसलिए ,
सारे 9th Feb,
मैं संजो के रखती हूँ,
यह हवा की भीनी खुशबू,
यह सुबह की नर्म धूप ,
मेरे नज़दीक मुस्कुराते चेहेरे,
गिफ्ट के लिए नोंक-झोंक,
कुछ मान, कुछ अभिमान,
यह सारे पल,
दिल के इक कोने में,
संवार के,
संभाल के रखती हूँ |

हो सकता है,
इनकी यादें,
fixed deposit के  interest की तरह ,
बाद में काम आये !!

पता नहीं,
मेरे लिए
और कितनी बार आएगी 9th February .......

पर,
किसी और को लगे या न लगे,
मुझे तो बहुत भाता है यह दिन |

***
9th February 2018 ,  Belvedere, Alipore, Kolkata



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